सुरगवास :
शिक्षा: ऑनर्स इन हिंदी, प्रभाकर, एम.ए. (हिन्दी)
छपी पोथ्यां:
शिक्षा: ऑनर्स इन हिंदी, प्रभाकर, एम.ए. (हिन्दी)
छपी पोथ्यां:
- आभै पटकी (उपन्यास-1956),
- धोरां रो धोरी (उपन्यास-1968),
- एक बीनणी दो बीन (राजस्थानी अनुवाद),
- परण्योड़ी कंवारी (कहाणी-1973),
- मैंधी, कनीर अर गुलाब (कहाणी),
- सबड़का (रेखाचित्र-1960),
- आपणा बापूजी (जीवनीपरक-1969),
- आचार्य रावत सारस्वत (जीवनीपरक),
- अध्यवसायी अगरचंद नाहटा (जीवनीपरक),
- मरुधरा रो इतालवी मोभी (जीवनीपरक),
- हकूमत जनता री (अनुवाद),
- नीति री सीख (बाल साहित्य),
- सूरज बाप रा बेटी-जंवाई (बाल साहित्य),
- सपनो रो सपनो (लघुकथा-2002)
संपादन:
- राजस्थानी मणिमाला (विविधा),
- हिवड़ै रो उजास (शिक्षा विभाग रचनाकार संग्रै),
- राजस्थानी बात संग्रह,
- विश्वंभरा (मुरलीधर व्यास विशेषांक, सह-संपादन),
- जागती जोत (पत्रिका)
पुरस्कार:
- बांठिया पुरस्कार-1965,
- विष्णुहरि डालमिया पुरस्कार,
- विशिष्ट साहित्यकार सम्मान (राजस्थान साहित्य अकादमी, उदयपुर),
- टैस्सीटोरी पुरस्कार (नगर विकास न्यास, बीकानेर),
- साहित्य अकादेमी अनुवाद पुरस्कार (साहित्य अकादेमी, नई दिल्ली),
- सूर्यमल्ल मीसण शिखर पुरस्कार-1999-2000 (राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर कानी सूं पोथी ‘मंधी, कनीर अर गुलाब’ माथै)
ठिकाणो:
केसर प्रकाशनालय,
सोनगिरी चौक,
बीकानेर
कानाबाती: 0151-2205001
👍
ReplyDeleteआप भी अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए इस तरह की बातें करते हैं और फिर भी नतीजा निकलकर सामने आ गया है कि इस तरह की बातेलिखना पुराना है ।
ReplyDeleteइनका साहित्य कहां मिलेगा ?
ReplyDeleteGajab sir 👏👏👏
ReplyDeleteमस्त
ReplyDeleteHii
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