भाषा, साहित्य, संस्कृति कला, इतिहास, शोध अर तत्संगत विषयां मांय रुचि । हिन्दी अर राजस्थानी दोनूं भाषा माध्यमां सूं कविता, कहानी, व्यंग्य, लघुकथा, शोध आलेख अर सम-सामयिक विषयां माथै लगोलग लेखन ।
छपी पोथ्यां:
- एक और घोंसला (कहानियां),
- सेना के सूबेदार (काव्य),
- सपने का सुख (व्यंग्य निबंध)
- चमगूंगो,
- हासियो तोड़ता सबद (काव्य),
- तिरंगो (बाल काव्य)
खास : राष्ट्रभाषा हिन्दी प्रचार समिति, श्रीडूंगरगढ़ री मारफत जबरी सक्रियता। राजस्थानी तिमाही 'राजस्थली' पेटै ई उल्लेखजोग कारज।
ठिकाणो - श्रीडूंगरगढ़
बीकानेर
कानाबाती-
9414416252
ब्लॉग-
http://ravipurohitravi.blogspot.com/
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